हिन्दू परम्परा के अनुसार मस्तक पर तिलक लगाना बेद ही शुभ माना जाता है। यदि तिलक शास्त्रों , वार या दिन के अनुसार लगाया जाए तो चमत्कारिक परिणाम मिल सकते हैं। मस्तक के ठीक बीच के हिस्से को ललाट बिंदु कहते हैं, यह भौहों का भी मध्य भाग है। तिलक हमेशा इसी स्थान पर धारण किया जाना चाहिए। पूजा के समय तिलक लगाने का विशेष महत्व है और भगवान को स्नान करवाने के बाद उन्हें चन्दन का तिलक किया जाता है।पूजन करने वाला भी अपने मस्तक पर चंदन का तिलक लगाता है। यह सुगंधित होता है तथा इसका गुण शीतलता देने वाला होता है।
तिलक लगाने के लिए भिन्न- भिन्न अंगुलियां का प्रयोग अलग-अलग फल प्रदान करता है। अगर तिलक अनामिका अंगुली से लगाया जाता है तो इससे शांति मिलती है।मध्यमा अंगुली से तिलक करने पर आयु में बढ़ोत्तरी होती है, इसके अलावा अंगूठे से तिलक करना पुष्टिदायक माना गया है।
सोमवार को लगाएं सफेद तिलकसोमवार का दिन भगवान शिव का होता है। इस वार का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्रमा मन का कारक ग्रह माना गया है इसलिए अपने मन को काबू में रखकर मस्तिष्क को शीतल और शांत बनाए रखने के लिए आप सफेद चंदन का तिलक लगाएं। इस दिन विभूति या भस्म भी लगा सकते हैं।
मंगलवार को लाल रंग मंगलवार का दिन हनुमान जी का होता है इसलिए इस दिन का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए इस दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला हुआ सिंदूर का तिलक लगाने से ऊर्जा और कार्यक्षमता में विकास होता है। इससे मन की उदासी और निराशा हट जाती है और दिन शुभ बनता है।
बुधवार को लगाएं सूखा तिलकबुधवार का दिन भगवान गणेश और मां दुर्गा का माना जाता है। इस दिन का ग्रह स्वामी है बुध ग्रह। इस दिन सूखे सिंदूर (जिसमें कोई तेल न मिला हो) का तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक से बौद्धिक क्षमता तेज होती है और दिन शुभ रहता है।
गुरुवार को लगाएं पीला तिलक गुरुवार को बृहस्पतिवार के नाम से भी जाना जाता है और बृहस्पति ऋषि देवताओं के गुरु हैं। इस दिन के देवता ब्रम्हा जी को माना जाता है। इस दिन का स्वामी ग्रह है बृहस्पति ग्रह। गुरु को पीला या सफेद मिश्रित पीला रंग प्रिय है। इस दिन सफेद चन्दन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर उसमें केसर मिलाकर लेप को माथे पर लगाना चाहिए या टीका लगाना चाहिए। हल्दी या गोरोचन का तिलक भी लगा सकते हैं। इससे मन में पवित्र और सकारात्मक विचार तथा अच्छे भावों का उद्भव होगा जिससे दिन भी शुभ रहेगा और आर्थिक परेशानी का हल भी निकलेगा।
शुक्रवार को लगाएं लाल चंदनशुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का है। इस दिन का ग्रह स्वामी शुक्र ग्रह है। इस ग्रह को दैत्यराज भी कहा जाता है। दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य थे। इस दिन लाल चंदन लगाने से जहां तनाव दूर रहता है वहीं इससे भौतिक सुख- सुविधाओं में भी वृद्धि होती है। इस दिन सिंदूर भी लगा सकते हैं।
शनिवार को भस्म करेगी चमत्कारशनिवार का दिन भैरव, शनि और यमराज का माना जाता है. इस दिन के ग्रह स्वामी है शनि ग्रह। शनिवार के दिन विभूत, भस्म या लाल चंदन लगाना चाहिए जिससे भैरव महाराज प्रसन्न रहते हैं और किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने देते तथा इनका दिन भी काफी शुभ रहता है।
रविवार को हरा चंदन रविवार का दिन भगवान विष्णु और सूर्य का माना जाता है. इस दिन के ग्रह स्वामी है सूर्य ग्रह जो ग्रहों के राजा हैं। रविवार के दिन लाल चंदन या हरि चंदन लगाएं। भगवान विष्णु की कृपा रहने से जहां मान-सम्मान बढ़ता है तथा इन्हें जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती।
तिलक लगाने का मंत्र !
केशवानन्न्त गोविन्द बाराह पुरुषोत्तम ।
पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु ।।
कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् ।
ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम् ।।
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